दिलीप कुमार और मधुबाला का प्रेम जगजाहिर था इसके बावजूद मधुबाला कभी इसे सार्वजनिक तौर पर स्वीकार नहीं करती थी.इसकी वजह थे उनके पिता अयातुल्ला खान जो मधुबाला के साथ साए की तरह चिपके रहते थी थे.बावजूद इसके मधुबाला और दिलीप का रोमांस पूरे रफ़्तार पर था .इस प्रेम कहानी में एक और ट्विस्ट था और वो था अभिनेता प्रेमनाथ का एक तरफा प्यार .प्रेमनाथ मधुबाला पर बुरी तरह फ़िदा थे.मधुबाला प्रेमनाथ की इस दीवानगी से अच्छी तरह वाकिफ थी लेकिन इन्होने इस पर कभी कोई प्रतिक्रया नहीं दी. उलटे जब भी उनकी मुलाक़ात प्रेमनाथ से होती वो काफी घुलमिल कर उनसे बात करती .धीरे-धीरे दिलीप कुमार और मधुबाला के प्यार की बात भी प्रेमनाथ तक पहुंच ही गई .
प्रेमनाथ और दिलीप कुमार अच्छे दोस्त थे .लेकिन जब प्रेमनाथ को मधुबाला और दिलीप कुमार के बारे में पता चला तो उनका नजरिया बदल गया .प्रेमनाथ का ख्याल था कि दिलीप कुमार जानते हैं कि वो मधु को कितना चाहते हैं.फिर भी वो मधुबाला के साथ इश्क कर बैठे .प्रेमनाथ ने इसे धोखे के तौर पर लिया और दिलीप कुमार से खफा हो गया .प्रेमनाथ उन दिनों ‘गोलकुंडा का कैदी’ नाम से एक फिल्म बना रहे थी .उन्होंने दिलीप कुमार के खिलाफ गुस्सा निकालने के लिए इस फिल्म का नाम बदलकर रख दिया ‘दिलीप द docky और कई अखबारों में बड़े बड़े विज्ञापन दे कर इसकी खूब पब्लिसिटी की. कुछ दिनों बाद जब उनका गुस्सा शांत होते ही प्रेमनाथ ने इस फिल्म का नाम ‘मास्टर दिलीप’ रख दिया जिसे दिलीप कुमार ने कोर्ट में घसीट लिया .
इस मामले में प्रेमनाथ की हार हुई और उन्हें इस फिल्म से अपना हाथ खींचना पडा .नाराज प्रेमनाथ ने कसम खाई कि पूरी ज़िन्दगी में वो कभी दिलीप कुमार के साथ काम नहीं करेंगे .इस कसम को उन्होंने पूरी ज़िन्दगी निभाया भी .