संजीव कुमार ने बॉलीवुड में बहुत कम समय में बड़ा मुकाम हासिल कर लिया. लेकिन इस मुकाम को हासिल करने के लिए उन्होंने काफी संघर्ष भी किया. गुजराती स्टेज पर उनकी एक्टिंग की चर्चा के कारण हिंदी सिनेमा में उनकी एंट्री हो गयी लेकिन शुरुआती दौर में उनकी सादगीपूर्ण शख्सियत के कारण कोई भी अभिनेत्री उनके साथ काम करने को तैयार ही नहीं थी. अभिनेत्री नंदा ने तो उन्हें सेट पर ही बुरी तरह बेइज्जत कर दिया लेकिन इसका उन्हें ज़िंदगी भर अफ़सोस रहा.
संजीव कुमार ‘पति-पत्नी’ फिल्म में नंदा के हीरो का रोल निभाने वाले थे. काम ख़त्म करने के बाद वो मैट्रो सिनेमा में फिल्म देखने चले गए, उनकी आदत कम पैसे खर्च करने की थी, तो उन्होंने लोअर स्टॉल का टिकट खरीद लिया. इत्तेफाक से एक्ट्रेस नंदा भी उस दिन मैट्रो में फिल्म देखने आई थीं, नंदा बड़ी स्टार थी इसलिए वे बालकनी में बैठ गई. नंदा को संजीव ने दूर से देख लिया और उन्हें हेलो भी किया. अगले दिन जब नंदा सेट पर पहुंची तो उन्होंने डयरेक्टर से संजीव की शिकयत की. “यह हीरो है? जरा हूलिया तो देखिए, एक तो बेढंगे कपड़े पहनता है, ऊपर से निचली क्लास में जाकर फिल्म देखता है…इसके साथ काम करके तो मेरा भी ग्रेड गिर जाएगा”.
जब संजीव सेट पर पहुंचे तो लोग उन्हें देख हंसने लगे और उनके हुलिए का मज़ाक उड़ाने लगे. संजीव को बहुत बुरा लगा, उनके दिल में ये बात तीर की तरह चूब गई. उस वक़्त उन्होंने कुछ नहीं कहा और अपने काम को जारी रखा. लेकिन आज संजीव कुमार का नाम बड़ी इज़्ज़त के साथ लिया जाता है. कहते है संजीव कुमार के हिट होने के बाद जब भी नंदा उनसे मिलती, अपने कहे पर शर्मिंदा हो जाती थी, लेकिन संजीव कुमार ने कभी इस बात को ज्यादा तवज्जो ही नहीं दी.