1965 में रिलीज हुई देवानंद और वहीदा रहमान स्टारर फिल्म गाइड हिंदी सिनेमा की एक कल्ट फिल्म मानी जाती हैं। 50 साल बाद भी दर्शकों के बीच इस फिल्म का जबर्दस्त क्रेज है.बॉलीवुड आजकल की ख़ास पेशकश ‘सिनेमास्कोप’ की पहली कड़ी में हम आज आपके लिए लेकर आये हैं से इसी फिल्म से जुड़ी कुछ दिलचस्प कहानियां। देव साहब चाहते थे कि गाइड को उनके बड़े भाई चेतन आनंद डाइरेक्ट करें लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। फिल्म ‘राज खोसला के पास पहुँची तो उन्होंने भी हाथ खड़े कर दिए। आखिरकार विजय आनंद फिल्म का निर्देशन करने के लिए तैयार तो हो गए लेकिन उनकी कुछ शर्तें थी ,क्या थी ये शर्तें ? वहीदा ने विजय आनंद का नाम सुनकर फिल्म तो साईन कर लेकिन जैसे-जैसे निर्माण कार्य आगे बढ़ता गया कथानक की डिमांड सुनकर उनके पसीने छूटने लगे। फिल्म में साड़ी उतारने के एक सीन को लेकर वहीदा और विजय आनंद के बीच ठन गयी और शूटिंग अटक गई।लेकिन देवानंद की जिद्द के आगे वहीदा जी को ये सीन देना ही पड़ा। आखिर कैसे तैयार हुई वहीदा रहमान ? गाइड का पहले इंग्लिश वर्जन रिलीज हुआ लेकिन दर्शकों ने इसे ख़ास तवज्जो नहीं दी। हिंदी वर्जन को कोई डिस्ट्रीब्यूटर हाथ लगाने के तैयार ही नहीं था। आखिरकार करण जौहर के पिता यश जौहर ने ऐसा पैंतरा अपनाया कि फिल्म ना केवल बिक गयी बल्कि सुपर-डुपर हिट साबित हुई।