लस्ट स्टोरीज ऑफ बॉलीवुड सीरिज में हम आज बात करते हैं बॉलीवुड के केसोनोवा सुभाष घई की .हिट बनाने के लिए विख्यात घई अपनी हीरोइनों को अपने MAD ILAND वाले बंगले पर अकेले बुलाने के लिए कुख्यात हैं. शायद वहां वो एक चाभी रखते हैं जिससे अभिनेत्रियों के लिए बॉलीवुड का ताला खुलता है.
. इस्रायली मॉडल रीना गोलेंन ने अपनी किताब ‘डीयर मिस्टर बॉलीवुड’ में सुभाष घई की इस रंगीन मिजाजी पर काफी विस्तार से रोशनी डाली है. बहरहाल सुभाष घई से जुड़े विवादों में सबसे बड़ा विवाद ऐश्वर्या रॉय को लेकर है। एक स्टिंग ऑरेशन के दौरान अभिनेता शक्ति कपूर ने ये कहकर सनसनी मचा दी कि सुभाष घई ने 1999 में ऐश्वर्या को अपनी फिल्म ‘ताल’ में कास्ट करने के बदले सेक्शुअल फेवर की डिमांड की थी. बतौर शक्ति कपूर इस वजह से ही ऐश्वर्या रॉय इस फिल्म की हीरोईन बनने में सफल रही. हालांकि शक्ति कपूर की इमेज के कारण इस आरोप को किसी ने ज्यादा गंभीरता से तो नहीं लिया लेकिन सुभाष घई से जुड़े पिछले विवादों के कारण मीडिया इस आरोप की तह में घुसने से बाज नहीं आया.
घई ने ‘ताल’ की कास्टिंग में आमिर खान और महिमा चौधरी के नाम की घोषणा की थी। बाद में इसमें अनिल कपूर, अक्षय खन्ना और मनीषा कोईराला आ गए. ‘ताल’ में ऐश्वर्या रॉय की एंट्री अपने आप में चौंकाने वाली थी. इस फिल्म से पहले तक ऐश्वर्या बॉलीवुड में प्लास्टिक ब्यूटी के रूप में कुख्यात हो चुकी थी उनकी अब तक की सभी फ़िल्में फ्लॉप हो चुकी थी. दूसरी तरफ सुभाष घई कई हिट फिल्मों के जरिए बॉलीवुड के बड़े निर्देशकों में शुमार किए जाते थे. ऐसे में ताल में मानसी के किरदार में ऐश्वर्या की कास्टिंग मीडिया के लिए कौतुहल का सबब तो थी ही। ऐश्वर्या का पिछ्ला रेपुटेशन इतना बड़ा था कि शायद ही कोई उनके सामने कोई ख़ास ऑफर देने की हिम्मत जुटाता लेकिन ऐश्वर्या के मुकाबले मनीषा कोईराला का बैकग्राउंड ज्यादा पावरफुल था। जब घई वहां नहीं झिझके तो ऐश्वर्या तो फिर भी छोटी मछली ही थी. . सलमान खान द्वारा सुभाष घई को एक पार्टी में मारे गए थप्पड़ के लिंक भी इस घटना को जाहिर करते हैं कि ताल के पीछे कुछ बबाल तो था ही.