गोविंदा और रानी मुखर्जी की लव स्टोरी बॉलीवुड की सबसे दिलचस्प प्रेम कहानियों में से एक है। दोनों के बीच 4 सालों तक जबरदस्त रोमांस चला जो उनकी पत्नी सुनीता आहुजा की जबरदस्त मुस्तैदी के कारण अकाल मौत का शिकार हो गया।
साल 2002 में फिल्म “हद कर दी आपने ” के सेट पर रानी और गोविंदा की पहली मुलाक़ात हुई। गोविंदा के स्टारडम और उनके फनी स्वभाव के आकर्षण से रानी खुद को बचा नहीं सकी और दोनों का रोमांस शुरू हो गया। पहले चुपके फिर छिपके ये रोमांस आगे बढ़ता रहा लेकिन किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी.गोविंदा ने मंहगी कारें ,डायमंड के गहने आदि से रानी को झटके में अमीर बना दिया। एक दिन जब एक फोटोग्राफर ने अचानक वर्सोवा स्थित रानी के फ़्लैट पर दस्तक दे दी तो रानी के कमरे से अर्द्धनग्न हड़बड़ाए गोविंदा को निकलते देख पूरे बॉलीवुड को माजरा समझ में आ गया।
बात निकली तो दूर तलक जाती हुई गोविंदा के घर तक पहुँच गई और हंगामा शुरू हो गया। पत्नी के तमाम झगड़ों के बावजूद गोविंदा रानी से दूर होने को तैयार नहीं थे। इसलिए उनकी पत्नी सुनीता ने पहले घर छोड़ने का दांव आजमाया। गोविंदा फिर भी अड़े रहे तो पत्नी ने तलाक की कार्रवाई शुरू कर दी। शायद गोविंदा इसके लिए राजी भी हो जाते लेकिन यहां एक पेंच फंस गया।
गोविंदा की परवरिश काफी कंजरवेटिव फैमिली में हुई है। शायद इसी वजह से गोविंदा अपने दोनों बच्चों नर्मदा और यशोवर्धन से काफी अटैच रहे हैं। तलाक की शर्तों के मुताबिक़ बच्चे अपनी मां के साथ रहेंगे के लिए वो बिलकुल तैयार नहीं थे। इसके अलावा गोविंदा ने अपने तीन फ़्लैट पत्नी के नाम से खरीदा था। इनके हाथ से निकलते ही उनकी सारी जमापूंजी ख़त्म हो जाने के आसार नजर आने लगे। हकीकत से सामना होते ही गोविंदा के सर चढ़ा रानी का नशा काफूर हो गया। आखिरकर सुनीता गोविंदा के रानी मुखर्जी के साथ फिर कभी काम ना करने की शर्त पर वापस आ गयी। लेकिन गोविंदा भी इतनी आसानी से कहाँ मानने वाले थे।
ठिकाने बदल गए और रानी और गोविंदा का रोमांस जारी रहा। इस बार भी बात उनकी पत्नी तक पहुँच ही गई। इस बार सुनीता ने गोविंदा को कुछ कहने-सुनने के बजाय रानी मुखर्जी को फ़ोन कर ऐसी-ऐसी उपमाएं दी की रानी का हौसला भी पस्त हो गया। इस एपिसोड के बाद रानी ने गोविंदा पर आख़िरी फैसला लेने का दबाव बढ़ा दिया लेकिन गोविंदा के सामने अब भी स्थिति वही थी। आखिरकार उन्होंने अपने परिवार को चुना और रानी के साथ सम्बन्ध तोड़ दिए। रानी ने भी इसे अपनी नियति मानते हुए गोविंदा से पूरी तरह किनारा कर लिया और इस तरह बॉलीवुड में एक और प्रेम कहानी अकाल मौत का शिकार हो गयी।