80 के दशक में लेखक जोड़ी सलीम-जावेद की इतनी हैसियत थी कि वो किसी भी बड़े स्टार का करियर बना और बिगाड़ सकते थे. इसलिए कोई उनसे पंगा नहीं लेना चाहता था. लेकिन एक बार सलीम खान जब ऋषि कपूर से उलझ गए तो ऋषि ने सलीम-जावेद की बेइज्जती करने में कोई कसर नहीं छोडी .
1978 में यश चोपड़ा की त्रिशूल का ऑफर पहले ऋषि कपूर को दिया गया था लेकिन उन्होंने मना कर दिया. सलीम-जावेद इस बात का बुरा मान गए. सलीम खान ने ऋषि को बुलाया और फिल्म रिजेक्ट करने का कारण पूछा. जब ऋषि ने कहा कि उन्हें रोल पसंद नहीं आया .और जो रोल उन्तोहें पसंद नहीं आता वो उसमें काम नहीं करते .सलीम ने उन्हें समझाया कि ये रोल खासकर उनके लिए ही लिखा गया है. इस पर ऋषि कपूर ने सलीम खान को ताना मारते हुए कहा -आप तो अमिताभ बच्चन के लिए फ़िल्में लिखते हैं .भला आपको मेरे बारे में सोचने की क्या जरूरत है? इस ताने को सुन ऋषि कपूर बुरी तरह भड़क गए .उन्होंने ऋषि से कहा कि वे उसका करियर भी बर्बाद कर सकते हैं. सलीम ने कहा कि राजेश खन्ना ने जंजीर करने से मना कर दिया था और फिर वे एक नया सुपरस्टार अमिताभ बच्चन लेकर आए थे. ऋषि ने उन्हें चुनौती देते हुए कहा कि कोई दूसरा ऋषि कपूर भी लेकर आओ तो मान लूंगा .
सलीम और ऋषि कपूर के बीच का यह झगड़ा धीरे-धीरे खत्म हुआ और सलीम ऋषि के लिए एक मोरल बूस्टर बन गए. जावेद संग ऋषि के संबंध थोड़े रुखे थे. दरअसल, एक बार जावेद अख्तर ने गीतकार शैलेंद्र की असमय मौत का कारण ऋषि के पिता राज कपूर को बताया था. इस वजह से ऋषि चाहते थे कि जावेद सार्वजनिक रूप से माफी मांगे. वैसे जावेद की पत्नी शबाना आजमी संग ऋषि के अच्छे रिश्ते थे, इस कारण कभी वे जावेद के साथ अपनी लड़ाई को बड़ा नहीं होने देते थे. न्यूयॉर्क में जब ऋषि कपूर कैंसर का इलाज करवा रहे थे, उस वक्त जावेद उनसे मिलने भी गए थे.