संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ से जुड़ा विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है. पहले इस फिल्म का विरोध केवल राजपूत करनी सेना ही कर रही थी। लेकिन अब इस मुद्दे ने राजनीतिक रंग ले लिया है। कई राजनैतिक दलों के साथ धार्मिक और सामाजिक संगठन भी इसके विरोध में उतर आये हैं. जिस पद्मावती को लेकर एक ख़ास समुदाय शीर्षासन की मुद्रा में नजर आ रहा है उसे लेकर कुछ लोगों का मानना है कि ये पूरी तरह काल्पनिक चरित्र है. जावेद अख्तर ने भी पद्मावती को पूरी तरह काल्पनिक चरित्र मानते हुए कहा कि इसका वजूद केवल किस्से-कहानियों तक ही सीमित है. कई इतिहासकार भी ऐसा ही मानते हैं. क्या वाकई पद्मावती एक कोरी कल्पना है?पद्मावती के वजूद को लेकर भले ही इतिहासकार एक मत ना हो लेकिन इस पूरे मामले के विलेन अलाउद्दीन खिलजी के वजूद को लेकर सभी एक मत हैं। लेकिन खिलजी का चरित्र ही इतना विवादास्पद था कि उसे नायक के रूप में महिमामंडित करना लोगों को रास नहीं आ रहा।
ये थी पद्मावती से जुड़े विवादों पर बॉलीवुड आजकल की ख़ास पेशकश। उम्मीद है आपको जरूर पसंद आया होगा। मुझे यानि। … को दीजिये इजाजत। खुदहाफिज़।