साउथ फिल्म इंडस्ट्री में काफी अनुशासित तरीके से काम होता .हीरो हो या छोटे कलाकार सबको निर्माता-निर्देशक द्वारा तय किये गए गाइडलाइन को फोलो करना पड़ता है .जबकि बॉलीवुड में गाइडलाइन हीरो या हीरोइन की मर्जी से तय होते हैं .producer तो बेचारा उस मेमने की तरह होता है जब किसी भी वक़्त हलाल किया जा सकता है. यही वजह है की जब कोई बॉलीवुड कलाकार साऊथ के निर्माता की फिल्मों में काम करता है तो उन्हें काफी दिक्कत होती है. साउथ के फिल्मकार बॉलीवुड के चोंचलों को बिलकुल भाव नहीं देते .ये जरूर है की वो कलाकारों को मुंहमांगी रकम देने को तैयार रहते हैं.ऐसे में वो भला किसी के नखरे क्यों उठाएं .लेकिन बॉलीवुड वाले अपनी आदतों से कहाँ बाज आते हैं.. खैर यही नखरे दिखाना एक बार काजोल को काफी भारी पड़ गया .आइये जानते हैं क्या था मामला …
1999 में डी रामानायडू ने काजोल को अपनी फिल्म ‘हम आपके दिल में रहते हैं’ में अनिल कपूर के साथ कास्ट किया .इस फिल्म की शूटिंग हैदराबाद में होनी थी .काजोल जब शूटिंग के लिए पहुँची तो उन्होंने देखा की अनिल कपूर सहित फिल्म के सारे कलाकारों को एक छोटे से गेस्ट हाउस में ठहराया गया है .काजोल ने इस गेस्ट हाउस में रुकने से मना करते हुए कहा की उन्हें किसी बड़े होटल में रुकना है .इसलिए तुरंत इसकी व्यवस्था की जाए. लेकिन काजोल की इस डिमांड का डी रामानायडू पर कोई असर नहीं पड़ा.उन्होंने काजोल से साफ़ कर दिया की रुकना तो उन्हें यहीं पड़ेगा.अगर उन्हें मंजूर ना हो तो जो पैसे उन्हें दिए गए हैं वो वापस लौटा कर जा सकती हैं. काजोल को ऐसे जवाब की शायद ही उम्मीद रही हो .इसी बीच डी रामानायडू ने काजोल की जगह किसी और अभिनेत्री को फिल्म में लेने की तैयारी शुरू कर दी .काजोल समझ गई की यहाँ उनकी दाल नहीं गलने वाली .अगर वो अपनी जिद्द पर अड़ी रहती तो इस फिल्म का उनके हाथ से निकलना तय था. इसलिए काजोल ने चुपचाप डी रामानायडू की बात मान लेने में ही भलाई समझी .
खैर …इस त्याग का काजोल को फल भी मिला .ये फिल्म कामयाब रही और काजोल के करियर को आगे बढाने में मददगार साबित हुई .